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Sunday, March 06, 2011

जलकर राख हुई रूबीना की यादे


 

स्लमडॉग की ‘लतिका’ हुई बेघर

 
Source: ब्यूरो   |   Last Updated 00:25(06/03/11)
 
 
 
मुंबई. उपनगरीय मुंबई के ब्रांदा इलाके में शुक्रवार रात लगी भीषण आग ने करीब दो हजार परिवारों को बेघर कर दिया। इनमें ऑस्कर विजेता फिल्म स्लमडॉग मिलेनियर की बाल कलाकार रुबीना अली का घर भी शामिल है। रुबीना ने अपने लतिका के किरदार से दुनिया भर में नाम कमाया था।

इस आग में 21 लोग झुलसकर जख्मी हुए हैं, जिसमें चार दमकल कर्मचारी शामिल हैं। लोगों का आरोप है कि इसके पीछे स्थानीय बिल्डर का हाथ है, जो वहां पुनर्विकास योजना लाना चाहता है। आग इतनी भयंकर थी कि उसे बुझाने के लिए दमकल कर्मचारियों को सात घंटे तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

जबकि आग पर काबू पाने के लिए 26 दमकल गाड़ियां और 16 जम्बो पानी टैंकरों का इस्तेमाल किया गया था। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और सभी घायलों को उपचार के लिए पास के भाभा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

बारह वर्षीय रुबीना ने कहा कि मैं रात को टीवी देख रही थी, तभी हमें पड़ोसी से आग लगने की खबर मिली। हम सब सिर्फ अपने कपड़े लेकर घर से बाहर निकल आए। इसके बाद देखते-देखते हमारा घर जलकर खाक हो गया। आग में हमारा सारा कीमती सामान, किताबें, फोटो, ट्राफी, अखबार की क्लिीपिंग समेत फिल्म से जुड़ी सभी यादें जल गईं।

हमने सारी रात रेलवे स्टेशन पर गुजारी, पर कोई भी हमारी मदद को नहीं आया। आग की चपेट में आकर रेलवे का पादचारी पुल का हिस्सा भी जलकर ढह गया है। इस कारण पास से गुजरने वाली हार्बर लाइन की रेल सेवा ठप पड़ गई थी।

इस बीच जानी-मानी समाजसेवक मेधा पाटकर ने शनिवार को घटनास्थल का दौरा किया और प्रकरण की जांच की मांग की। श्रीमती पाटकर ने कहा कि आगजनी के पीछे एक स्थानीय बिल्डर के हाथ होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। इसलिए मामले की जांच होनी चाहिए और आग के कारणों का पता लगाया जाना चाहिए।

श्रीमती पाटकर ने बेघर हुए प्रत्येक परिवार को 50,000 रुपए से लेकर एक लाख रुपए तक की मदद देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार इन सभी लोगों को फौरन सिर छुपाने का आसरा प्रदान करे। गौरतलब है कि दो साल पहले 2009 में भी यहां इसी तरह की भीषण आग लग चुकी है। उस वक्त भी आग ने सैंकड़ों परिवारों को बेघर कर दिया था।

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